Breaking

Sunday, October 10, 2021

फुटपाथ पर सोना, फीस न भर पाना...लाख मुसीबत झेल पीयूष गुरभेले ने यूं बदली अपनी किस्मत

'कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों...' इस कहावत को सच कर दिखाया है कि पीयूष गुरभेले ने। पीयूष गुरभेले () और उनके कोरियॉग्रफर रूपेश सोनी ने डांस रियलिटी शो 'डांस दीवाने 3' (Dance Deewane 3) की ट्रॉफी जीत ली है। साथ ही उन्हें 40 लाख रुपये का कैश प्राइज भी दिया गया। लेकिन यहां तक का सफर पीयूष गुरभेले के लिए काफी मुश्किलों भरा रहा। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन डांस के इतने बड़े मंच पर पहुंचेंगे, जहां उन्हें बड़ी हस्तियों के सामने खुद को साबित करने का मौका मिलेगा। पीयूष गुरभेले ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में अपनी जीत और स्ट्रगल के बारे में बात की। मां चाहती थीं पढ़ाई करके नौकरी करे बेटा पीयूष गुरभेले ने बताया कि उनकी मां को उनका डांस करना पसंद था, लेकिन वह चाहती थीं कि बेटा डांस पर फोकस करने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान दे और कोई नौकरी करे। पीयूष ने कहा, 'जब मेरी डांस में दिलचस्पी दिखी तो मेरे पापा और भाई ने मुझे खूब सपॉर्ट किया। मेरी मां भी डांस के प्रति मेरे जुनून को देख बहुत खुश थीं, पर उन्हें लगता था कि मुझे खूब पढ़ाई करनी चाहिए और एक अच्छी नौकरी करनी चाहिए। मेरी मां मेरे डांस के पूरी तरह खिलाफ नहीं थीं, लेकिन उन्हें यह देखकर बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता था कि मैं डांस क्लासेस जाता हूं और अपना पूरा टाइम डांस में ही निकाल देता हूं।' पढ़ें: 'फीस नहीं दे पाता था तो सर ने फ्री में डांस सिखाया' पीयूष ने आगे कहा, 'मैं अपनी डांस क्लास की फीस भी नहीं दे पाता था तो इसलिए मेरे सर मुझे फ्री में डांस सिखाते थे। वह पिछले 12 सालों से मुझे डांस सिखा रहे हैं। कई बार उन्होंने मुझे जूते खरीदने और ट्रैवल करने के लिए भी पैसे दिए। वह मेरे बहुत बड़े सपॉर्ट रहे हैं।' अब अपना घर खरीदने की ख्वाहिश पीयूष ने आगे बताया कि वह परिवार के साथ काफी सालों से एक किराए के घर में रह रहे हैं, लेकिन अब नागपुर में खुद का घर खरीदना चाहते हैं। पीयूष ने कहा, 'यह मेरा सपना रहा है कि मैं खुद का घर खरीदूं। पहले नागपुर से मुंबई ऑडिशन के लिए आना बहुत ही मुश्किल था। मैं सोचता था कि मुंबई में इतने टैलंटेड लोगों के साथ मैं कैसे मुकाबला करूंगा। तब मैंने सोचा कि मुझमें टैलंट है और इसलिए मुझे डरना नहीं चाहिए। मैं मुंबई में अपनी किस्मत आजमाता रहा और अब जब मैंने अपनी जगह बना ली है तो मैं बहुत खुश हूं। मैं मुंबई आता रहा हूं और काम करता रहूंगा। जो भी मौके मिलेंगे, काम करूंगा। लेकिन अभी मैं घर जाना चाहता हूं। अपना सपना पूरा करना चाहता हूं और घर का बना खाना खाना चाहता हूं।' 7वीं क्लास से डांस की ट्रेनिंग, फुटपाथ पर सोए, मायूस भी हुए पीयूष गुरभेले ने बताया कि वह बचपन से ही डांस कर रहे हैं। उन्होंने कई डांस रियलिटी शोज में भी किस्मत आजमाई। लेकिन उनकी प्रफेशनल ट्रेनिंग तब शुरू हुई जब वह 7वीं क्लास में थे। लेकिन डांस रियलिटी शोज के लिए ऑडिशन देते वक्त भी पीयूष गुरभेले को काफी स्ट्रगल करना पड़ा। एक वह भी वक्त था जब वह ऑडिशन के लिए लाइन में इंतजार करते और सड़कों पर ही सो जाते थे। पीयूष ने कहा, 'वह आसान नहीं था, लेकिन उन सब ऑडिशन्स से मुझे बहुत एक्सपीरियंस मिल रहा था। कभी-कभी ऐसा भी होता था कि मैं बहुत मायूस महसूस करता था क्योंकि कुछ भी नहीं हो पा रहा था। लगता था कि अब मुझे डांस छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। चूंकि डांस मेरे खून में है और इसलिए जब अगली सुबह उठता था तो वह विचार दिमाग से निकल जाता था और मैं दोबारा अपने डांस पर फोकस करने लगता था।'


from Entertainment News in Hindi, Latest Bollywood Movies News, मनोरंजन न्यूज़, बॉलीवुड मूवी न्यूज़ | Navbharat Times https://ift.tt/3v23XZm

No comments:

Post a Comment