अशनूर कौर (Ashnoor Kaur) से लेकर काम्या पंजाबी (Kamya Punjabi) जैसे टीवी सिलेब्रिटीज ऐसी चीजों में विश्वास और आस्थाएं (Superstitious Things) रखते हैं, जिनका उनके पास कोई तर्क नहीं है। ये वो टोटके या अंधविश्वास हैं, जो वह किसी भी काम को करने से पहले जरूर करते हैं।
हम सभी की अपनी-अपनी जिंदगी में कुछ ऐसे विश्वास और आस्थाएं (Superstitious Things) होती हैं, जिनका भले हमारे पास कोई तर्क न हो मगर हम उनका पालन करते हैं। ये वो टोटके या अंधविश्वास हैं, जो हमें हमारे लिए फायदेमंद लगते हैं। न सिर्फ आम आदमी बल्कि हमारे सिलेब्रिटीज भी ऐसे टोटके (Totka) करते हैं। कोई काला धागा बांधता है तो किसी को लगता है कि नीली शर्ट उसके लिए लकी है। काम्या पंजाबी (Kamya Punjabi) से अशनूर कौर (Ashnoor Kaur) तक टीवी सिलेब्रिटीज ने अपनी जिंदगी के ऐसे ही दिलचस्प राज़ का खुलासा किया है, जो काफी मजेदार हैं।
चाचाजी की फोटो के आगे मत्था टेकती हैं काम्या पंजाबी
काम्या पंजाबी कहती हैं, 'मैं बचपन से ही जॉइंट फैमिली में पली-बढ़ी हूं और अपने पिता के साथ-साथ अपने चाचाजी के भी बहुत करीब रही हूं। मेरे चाचाजी ने मुझे लेकर बहुत बड़े सपने देखे थे, जिन्हें दुर्भाग्य से मैं उनके रहते पूरा नहीं कर पाई। जब उन्होंने इस दुनिया से विदा ली, उस वक्त मैं चेन्नई में शूटिंग कर रही थी और उनके अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाई थी। मगर उनके अलविदा लेने से पहले मुझे इस बात का यकीन हो चला था कि उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहेगा। यही वजह है कि जब भी मैं कोई नया, अच्छा या शुभ कार्य करती हूं, उसे शुरू करने से पहले चाचाजी की फोटो के आगे मत्था जरूर टेकती हूं। मेरे सारे कार्य सिद्ध होते हैं। मुझे मेरे चाचाजी के आशीर्वाद ने बहुत सारी मुसीबतों से बचाया है।'
अशनूर कौर बांधती हैं काला धागा
अशनूर कौर ने खुलासा किया वह काला धागा बांधती हैं। अशनूर कहती हैं, 'मेरे शो पटियाला बेब्स की शूटिंग चल रही थी और अचानक मैं सीढ़ियों से फिसलकर गिर गई। मेरी नाक और पैर में काफी चोटें आईं। यह पहली बार नहीं था, जा मैं सेट पर चोटिल हुई थी। एक अरसे से मैं सेट पर गिरती-पड़ती थी और मुझे चोट लग जाया करती थी। तब सेट पर मौजूद एक हेयर दीदी (हेयर स्टाइलिस्ट) ने कहा कि मुझे काला धागा बांध लेना चाहिए, क्योंकि सेट पर मुझे नजर लग जाती है। मैंने काला धागा बांध लिया और आप यकीन मानिए। उसके बाद मुझे चोट लगी ही नहीं। अभी तक वह काला धागा मैंने बांधा हुआ है और मुझे प्रॉटेक्टेड फील होता है।'
बिल्ली के रास्ता काट दे तो नहीं गुजरतीं अनुपमा सोलंकी
'आम तौर पर मैं बहुत ज्यादा अंधविश्वासी नहीं हूं, लेकिन जब भी बिल्ली रास्ता काट देती है, तो मेरी कोशिश होती है कि कोई दूसरा सड़क पार करे और उसके बाद ही मैं सड़क क्रॉस करूं। अगर मैं ऐसा नहीं कर पाती, तो बिल्ली को रास्ता काटने से रोकने की कोशिश करती हूं। अतीत में मेरे साथ कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी वजह से मेरी यह सोच बन गई है कि अगर मैं उस रास्ते से गुजरी, तो कुछ बुरा ही होगा। मगर अब मैं इसे दूर करने की कोशिश जरूर करूंगी।'
सफेद कपड़े पहनती हैं मुनीशा खटवानी
मुनीशा खटवानी कहती हैं कि कोरोना काल में ऑडिशन घर से होने लगे हैं। आजकल जब भी घर में ऑडिशन हो रहे होते हैं, तो वह सफेद रंग के कपड़े पहनने की कोशिश करती हैं। मुनीशा कहती हैं, 'यह शुक्र का रंग है और शुक्र मीडिया जगत के लिए अहम माना जाता है। वैसे सफेद मेरा पसंदीदा रंग भी है। इसके साथ ही मेरे लकी डेज गुरुवार और शुक्रवार हैं। इसलिए मैं इन दो दिनों को अपने दिमाग में रखकर नए काम की शुरुआत इन्हीं दिनों से करती हूं।'
मिठास के साथ नया काम शुरू करती हैं प्रियंवदा कांत
पियंवदा कांत बताती हैं, 'जब भी मैं नया शो शुरू करती हूं, तो पता नहीं कैसे बीमार पड़ जाती हूं। इस बार जब मैं ये रिश्ता क्या कहलाता है में काम करना शुरू करने वाली थी, तो मैंने अपनी कलाई में एक काला धागा बांध लिया था और कमाल की बात यह है कि उसके बाद मैं अब तक मैं बीमार नहीं पड़ी हूं। मैं ये काला धागा पहनती हूं, क्योंकि लोग कहते हैं कि यह आपको बुरी नजर से बचाता है। वैसे जब मैं स्टूडेंट थी और एग्जाम के लिए जाती थी, तो मेरी मां हमेशा मुझे दही और चीनी दिया करती। अब मैं हमेशा चॉकलेट का एक पैकेट अपने साथ रखती हूं, जब भी मैं कुछ नया शुरू करती हूं, तो मैं एक मिठास के साथ शुरू करती हूं।'
घबराहट होने पर हनुमान चालीसा पढ़ते हैं प्रतीक चौधरी
'मैं बहुत ज्यादा अंधविश्वासी नहीं हूं, मगर कई परंपराओं का पालन इसलिए करता हूं कि उनका अनुसरण मेरे बड़े करते आए हैं। जैसे मैं कुछ महत्वपूर्ण दिन, दही और चीनी खाए बिना बाहर नहीं निकलता और टचवुड मेरा दिन भी बहुत अच्छा जाता है। मैं हमेशा अपने बटुए में पॉकेट साइज नुमा हनुमान चालीसा रखता हूं, जब भी मुझे उदासी या घबराहट महसूस होती है, मैं इसे पढ़ना शुरू करता हूं और उसके बाद मैं असल में अच्छा और सकारात्मक महसूस करता हूं।'
खास नीली टीशर्ट पहनते हैं हृषिकेश पांडे
हृषिकेश पांडे अपने टोटके के बारे में बात करते हुए कहते हैं, 'मैं बिल्कुल भी अंधविश्वासी नहीं हूं, मैं सालों से देखता आ रहा हूं अपने दोस्तों को कि अगर कोई बिल्ली रास्ता काट दे, तो वे रास्ता बदल देते हैं। कई बार मैंने बिल्ली के सड़क पार करने के बाद रास्ता पार किया है, लेकिन मुझे कुछ नहीं हुआ। मुझे लगता है कि यह सब आपकी सोच पर निर्भर करता है। मेरे पास एक नीली टी शर्ट हुआ करती थी, जब भी मैं उसे पहनता था, तो मैं किसी भी ऑडिशन के लिए चुन लिया जाता था। मैंने लंबे समय तक उस टी शर्ट को अपने पास रखा। लेकिन यह भाग्य के लिए था, अंधविश्वास उससे जुड़ा नहीं था।'
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